21वां उर्स मुबारक: ‘चलो आओ सरकार चादर में.. एक नजर:..

 


पंपावती नदी के किनारे स्थित हजरत शेर अली मस्त मस्तान ओढ़ी वाले दाता रेहमतुल्लाह अलेह का सालाना उर्स सांप्रदायिक सौहार्द केरंग में रंगा नजर आ रहा हैं। मुस्लिम समाज के साथ हिंदू समाज केलोगों ने भी दादाजी के दरबार में आकर अपनी हाजरी दी और उनकेचोखट पर मथ्था टेका और अकीदत केफूल चढ़ाए।



पेटलावद। सांप्रदायिक सौहार्द्र और शांति के माहौल में गुरुवार को हजरत ओढ़ी वाले बाबा का सालाना उर्स महोत्सव चादर जुलूस केसाथ शुरू हुआ। जुलूस में मुस्लिम समाज में जबर्दस्त उत्साह देखने को मिला। यहीं नही हर समुदायक के नागरिको ने चादर जुलुस में अपनी उपस्थिति दर्ज कराकर कोमी एकता की मिसाल कायम की।

*सुबह हुआ गुस्ल व संदल:*

सुबह फजर की नमाज के बाद दरगाह पर हजरत को पारंपरिकरूप से गुश्ल और संदल दिया गया। संदल की खुश्बू से मजार दमक उठी। जायरिनों ने दाता के मजार पर सलाम पढ़ा। इसकेबाद फातेहा पढ़ी गई। शहर में संदल शरीफ और चादर जुलुस निकाला गया। इसमें हजरत के दीवाने सिर पर चादर, हार-फूल, फल व मिठाई लिए चल रहे थे। ढोल-ताशो की धुन पर ओढ़ी वाले बाबा के जायरीन जमकर झूमे।

*लोगो ने किया स्वागत:*

जुलूस इस बार हुसैनी चौक से पुलिस वाले बाबा की दरगाह पर पहुंचा। यहां चादर पेश की गई। इसके बाद पुनः हुसैनी चौक पर चादर जुलूस पहुंचा नगर के जुलूस का स्वागत किया। किसी ने ठंडा पानी पिलाया तो किसी ने फूल बरसाकर जुलूस में मौजूद समाजजनो का स्वागत किया।

*आस्ताने ओलिया पर पेश की चादर:*

जुलूस हुसैनी चौक से सीधे आस्ताने ओलिया पर पहुंचा। इससे पहले किन्नर कमला मासी द्वारा उनके निवास स्थान से भी ढोल नगाड़ों के साथ चादर शामिल की गई। सभी यहां से एक जुलूस में आस्ताने पर पहुंचे।  इसके बाद ‘चलो आओ सरकार चादर में’ पढ़ते हुए चादर जुलूस आस्ताने ओलिया पर पहूचा। जहां चादर पेश की गई। दरूद शरीफ पढ़ी गई। उर्स में अकीदतमंदो के पहुंचने का सिलसिला देर शाम तक चला।  जुलूस में बुजुर्ग सूफी-संतो और मुस्लिम समुदाय के साथ हिंदू धर्म के श्रद्धालुओं ने भी शिरकत फरमाकर दरगाह पर अकीदत के फूल चढ़ाकर अमनो-अमान की दुआएं मांगी।

*आज रात होगी कव्वाली:*

उर्स की दूसरी रात आज शुक्रवार को रात 7 जून को 8 बजे बाद शुरू होने वाले महफिले सिमां कार्यक्रम में देश के प्रसिद्ध कव्वाल देश के प्रसिद्ध कव्वाल जावेद हुसैन खान रामपुरी (उप्र) कव्वाल पार्टी प्रस्तुति देगी। 

*आस्ताने ओलिया पर होगा भंडारा:*

8 जून को आस्ताने ओलिया पर रंग की महफिल होगी। जिसमें जावरा के यूसुफ फारुख कव्वाल पार्टी अपने कलाम पेश करेगी। इसके बाद कुल की फातेहा के साथ उर्स का समापन होगा। शाकाहारी विशाल भंडारे का आयोजन भी किया जाएगा। हजरत ओढ़ी वाले दाता के उर्स मुबारक के मौके पर कोमी एकता कमेटी की भी भूमिका भी है। उर्स मुबारक में मालवा के प्रसिद्ध सूफी संतो के अलावा आसपास के इलाको से भी यहां शिरकत कर चुके है। उज्जैन से अखण्डगिरी महाराज भी यहां पहुंचेंगे। सूफी संतो के लिए उर्स कमेटी ने विशेष व्यवस्था की है।


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