News @ सुरेश चन्द्र परिहार
जी हां मैं सारंगी के ऐसे लाल ऐसे रत्न की बात कर रहा हूं जिसकी वजह से सारंगी नगर झाबुआ जिला ओर सारंगी का परिवार गौरवान्वित हो राहा है ,छोटे से गांव सारंगी से मासूम तलेसरा ने अपने सफर की शुरुआत कर आज SAIMS HOSPITALश्रीअरविन्दों हास्पिटल इन्दौर में अपना नाम रोशन कर रहा है। कक्षा 12वीं के बाद सिधे पीएमटी के द्वारा चयनित होकर नेताजी सुभाषचंद्रबोस मेडिकल कॉलेज, जबलपुर से एमबीबीएस (Gold medalist) पूर्ण कर,अगले 1 वर्ष के लिए सिविल अस्पताल पेटलावद में भीषण कोरोना काल में अपनी सेवाएं दी.जिसके बाद अगले 6 माह जिला चिकित्सालय रतलाम और 3 माह बाजना अपनी सेवा देकर फिर से अपनी राह पर खुद को तराशने निकल पड़े हैं, *है पथिक यह जीवन एक यात्रा है?* *चलना और बस आगे बढ़ते रहना,* *काटे हो या कोमल कालिन,* *ना हारना ना थकना,* *बस बढ़ना और बढ़ते रहना*...
इन्हीं ही पंक्तियो को चरितार्थ करते हुए डाक्टर मासूम तलेसरा एक बार फिर अपनी योग्यता के आधार पर नीट पीजी की परीक्षा के माध्यम से चयनित होकर आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज,उज्जैन से MD Medicine कर अपने क्षेत्र को गौरवान्वित किया,मन में अपने क्षेत्र से जुड़े रहने के भाव और अपने लोगो को स्वास्थ्य सुविधा का भरपुर सेवा मिले इसी सोच के साथ पिछले 3 महीने सुमन हॉस्पिटल पेटलावद से कई लोगो को स्वास्थ्य सेवाएं दी। ओर कहते हैं ना कि हीरे को जितना तरसाते है उतना ही निखरता है ऐसे अपने आप को तरासने के लिए बढ़ चले ओर फिर आ गये गौरव के क्षण जब एक छोटे से गाव का बेटा जिसकी प्रारंभिक शिक्षा अपने ही छोटे से गांव के एक स्कूल से शुरू होकर कदम से कदम बढ़ाकर आज अपने जिले झाबुआ व पड़ोसी जिले रतालाम से प्रथम कार्डियोलॉजिस्ट बनने के लिए SAIMS, श्री अरविन्दों एजुकेशन हॉस्पिटल इंदौर मे चयनित होकर DM कार्डियोलॉजी करने निकल पड़े ,वह अपने एक और उन्नति के सफर पर....ऐसे हमारे गांव के नव रत्न को बधाई और
ढेरो शुभकामनाये ।