News@ हरिश राठौड़
पेटलावद। क्षेत्र में संचालीत नीजी बसों में यात्रीयों को भेंड बकरियों की तरह भरा जा रहा है। जिस कारण से आमजन परेशान है। जिसे लेकर प्रशासन का कोई ध्यान नहीं है। जिस कारण से यात्रीयों को इसकी सजा भुगतान पड रही है। आमजन इन समस्याओं से दो चार हो रहे है। किंतु अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के सामने इनकी समस्या कोई महत्व नहीं रखती है।
क्षेत्र में जो निजी बसें संचालीत हो रही है। उन बसों के फीटनेस को लेकर भी सवालियां निशान उठ रहे है। किंतु प्रशासन की आंख निचे इस प्रकार की बसे संचालित हो रही है। जो की किसी भी दिन बडी दुर्घटना को निमंत्रण दे सकती है। इसके लिए पूरे जिले में प्रशासन को मुहिम चला कर प्रत्येक रूट पर संचालित बसों का फिटनेस टेस्ट और वाहनों के संचालन को लेकर कार्यवाही की जाना चाहिए।
क्षेत्र में संचालित बसों में यात्रीयों को क्षमता से अधिक संख्या में बिठाकर दुर्घटनाओं को निमंत्रण दिया जा रहा है और यात्रीयों के साथ अन्याय भी किया जा रहा है। जिसके लिए सतत निगरानी की आवश्यकता है और व्यवस्थाओं को सुधारने का प्रयास किया जाना चाहिए।
नागरिकों का कहना है कि क्षेत्र में जो भी निजी बसें संचालित हो रही है। उनमें अधिक संख्या में यात्रीयों को बिठा कर दुर्घटना को निमंत्रण दिया जा रहा है। इस हेतु सतत निगरानी व कार्यवाही की आवश्यकता है।
आमजन का कहना है कि आरटीओ विभाग क्षेत्र में बसों पर कोई कार्यवाही नहीं करते है। जिस कारण से बस संचालक इस प्रकार यात्रीयों को ठूस ठूस कर बसों में बिठाते है