News@ हरिश राठोड
पेटलावद। निलकंठेश्वर पूरे लवाजमें के साथ प्रजा का हाल चाल जानने निकले। पेटलावद के राजा निलकंठेश्वर के इंतजार में पलक पावडे बिछा कर बैठे नगर वासी और उत्साह से ओतप्रोत हो कर भक्तों ने अपने भगवान का किया स्वागत। कहीं फूल वर्षा तो कहीं आरती उतारकर भगवान की पूजा अर्चना की गई। भगवान की पालकी को उठानेवालों में होड मच गई। पंपावती नदी पर हुई महाआरती ने सभी को भक्ति रस में सम्मोहित कर लिया। उन आनंद के क्षणों में भक्तगण भाव विभोर हो गये। निलकंठेश्वर मित्र मंडल और गौतम ग्रुप के द्वारा श्रावण के चार सोमवार पर भगवान का विशेष श्रंगार,महाआरती और महाप्रसादी के साथ भादव मास के प्रथम सोमवार पर भगवान की शाही सवारी नगर भ्रमण के लिए निकाली जाती है। इस उत्साहपूर्ण माहौल में भक्तों ने बढचढ कर हिस्सा लिया।
दुर्गा वाहीनी की बहनों ने प्रथम बार शोर्य का प्रदर्शन किया।
मित्र मंडल और ग्रुप के द्वारा भक्तों के आनंद के लिए शाही सवारी में कई आकर्षण रखे जिसमें मुख्य रूप से पेटलावद नगर की दुर्गा वाहिनी की बहनों के द्वारा अखाडा का प्रदर्शन किया गया। जिसमें तलवार बाजी लटढबाजी आदि कलाओं का प्रदर्शन कर। अपनी शक्ति बताई और महिलाओं को जागरूक करने के लिए शक्ति उपासना का संदेश दिया। इसके साथ ही शोभायात्रा में भगवान भोलेनाथ की आकर्षक झांकी और भगवान भोलेनाथ के भक्तों की कंकाल वाली झांकी भी विशेष आकर्षण का केंद्र रही। वहीं कालका माता की झांकी ने भी भक्तों को आकर्षीत किया। वहीं राष्ट्रीय भावनाओं से ओतप्रोत इस धार्मिक आयोजन में तिरंगा झांकी भी सभी को लुभा रही थी। इसके साथ ही हाथी नृत्य और गोरिल्ला का डरावना स्वरूप भी आनंद और उत्साह का कारण बना। इसके साथ ही श्री राम मंदिर राममोहल्ला के बच्चों के द्वारा अखाडे का प्रदर्शन भी देखने लायक रहा। वहीं पांडा की उपस्थिति के साथ बेंड और डीजे पर नाचते झूमते भक्तगण शाही सवारी का आनंद लेते रहे।
हर मंदिर पर हुई भगवान की महाआरती।
हर चौराहे पर बनी रांगोली,जगह जगह लगे स्वागत के मंच और यात्रा मार्ग में आने वाले मंदिरों से भगवान की आरती जो की भगवान भोलेनाथ का सभी भगवानों से मिलन का स्वरूप दर्शा रहे थे। मानो ऐसा लग रहा है।कि हरि हर मिलन जैसी स्थितियां बन गई है। भक्तों ने भगवान की बडे श्रद्वा भाव से आरती उतारी। वही पंपावती नदी के तट पर आकर्षक विद्युत सज्जा, आकर्षक रांगोली, आकर्षक व्यवस्थाओं ने सभी का मन मोह लिया।
यात्रा नगर भ्रमण करने के पश्चात देर रात लगभग 12 बजे पुनः निलकंठेश्वर महादेव मंदिर पहुंची जहां पर भक्तों ने महाआरती का आयोजन कर शाही सवारी की पूर्णाहुति की।गौतम ग्रुप के मुख्य गौतम गेहलोत ने बताया कि भगवान निलकंठेश्वर के आर्शीवाद और नगर के नागरिकों के सहयोग से मंडल व ग्रुप के द्वारा इतना सफल आयोजन प्रतिवर्ष किया जा रहा है। जिसमें हमारे सदस्यों की अपार मेहनत और श्रद्वा ही आयोजन को सफल बनाती है। निलकंठेश्वर मित्र मंडल और गौतम ग्रुप के सदस्यों ने सभी सहयोगीयों का आभार मानते हुए हमेशा सहयोग की अपील की है।शाही सवारी में यातायात व्यवस्था और सुरक्षा व्यवस्था में लगी पुलिस टीम ने अपने दायित्व को बखुबी निभाया। पुलिस टीम ने हर मोर्चे पर उत्साह के साथ खडे रह कर अपनी जवाबदारी निभाई। एसडीओपी अनुरक्ति सबनानी और नगर निरीक्षण निर्भय सिंह भूरिया पूरी टीम के साथ पूरे समय शोभायात्रा में रहे और व्यवस्थाओं पर ध्यान दिया।

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