थांदला से इमरान खान की रिपोर्ट
थांदला - वर्ष का अंतिम माह दिसंबर विद्यालय परिवार के लिये कई मायनों में महत्वपूर्ण होता है छात्र, छात्राएं अपनी प्रतिभा का (प्रतियोगिता) कौशल दिखाने का श्रेष्ठ अवसर होता है होना भी चाहिए मां सरस्वती के मंदिर में 03 दिवसीय कार्यक्रम के तहत प्रथम दिवस उद्घाटन के अवसर पर नगर के प्रशासनिक अधिकारियों की टीम मौजूद रही वही समापन में (निमंत्रण पत्र अनुसार) मौजूद मंत्री महोदया सहित भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के नाम दर्ज है आयोजन में विधायक विरसिंह भूरिया का नाम तो ठीक उन्हें निमंत्रण पत्र भी नहीं भेजा गया इस पर कांग्रेस पदाधिकारी,एवं कार्यकर्ताओं में उबाल आ गया आनन फानन में विधायक महोदय चलते आयोजन में पहुंच गए विद्यालय जहां उन्होंने विद्यालय प्रांगण से ही बच्चों को संबोधित किया व प्राचार्य को बुला कर जम कर लताड़ा विधायक ने कहा की शिक्षा के मंदिर में ये प्राचार्य एक तरफा राजनीति का खेल, खेल रहे है इस दौरान निर्लज्जता से हंसते प्राचार्य जहरीली मुस्कान के साथ बड़ी ही बेशर्मी के साथ बातों को सुनी अ सुनी कर विधायक को गुमराह करने की कोशिश कर रहे थे। क्षेत्र में गांधी के नाम से विख्यात सरल, सहज, मिलनसार विधायक की ऐसी उपेक्षा शायद ही प्रदेश में कभी कही हुई हो वहीं नगर में जिला पंचायत अध्यक्ष भी निवासरत है किंतु उन्हें भी इस आयोजन में बुलाना मुनासिब नहीं समझा खैर ये दोनों ही राजनीतिक दलों का मसला है पर मां सरस्वती के मंदिर में प्राचार्य की ऐसी ओछी मानसिकता नगर को क्या मैसेज देगी ऐसे कर्तव्यहीन प्राचार्य को अविलंब उस पद से हटा देना चहिए

