थांदला से इमरान खान की रिपोर्ट
बामनिया - पूर्व राज्यसभा सांसद स्वतंत्रता सेनानी स्व. मामा बालेश्वर दयाल की 27 वी पुण्यतिथि 26 दिसम्बर शुक्रवार को उनकी कर्म स्थली बामनिया में मनाई जाएगी मामा बालेश्वर दयाल भीलों के मसीहा और समाजवादी नेता थे लोग उन्हें जल जंगल जमीन के अधिकारों के लिए लड़ने वाले योद्धा के रूप में याद करते हैं मामा बालेश्वर दयाल ने देश की आजादी के लिए अंग्रेजों के खिलाफ कई आंदोलन में अपनी महती भूमिका निभाई है मामा जी के चाहने वाले गुजरात राजस्थान एवं अन्य जगहों से हजारों की तादाद में दूर-दूर से आते हैं 25 दिसंबर रात्रि मामा जी के भजन कीर्तन और संस्कृत कार्यक्रम होंगे एवं 26 सुबह 10:00 बजे विशाल श्रद्धांजलि सभा का आयोजन होगा एवं प्रसादी वितरण की जाएगी जिसमें पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार के सी त्यागी एवं प्रदेश सूरज जायसवाल परदेश महामंत्री हरि ओम सूर्यवंशी प्रदेश के वरिष्ठ उपाध्यक्ष भेरू सिंह डामोर संभाग्य प्रवक्ता सत्यनारायण शर्मा प्रदेश सचिव धर्मेंद्र तिवारी झाबुआ जिला अध्यक्ष तोलसिंग भुरिया रतलाम जिला अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह मैडा प्रदेश सचिव कमलेश जैन उपस्थित होंगे हम बताते चले कि 26 दिसंबर 1998 को मामा बालेश्वर दयाल ने झाबुआ जिले के बामनिया भील आश्रम में अंतिम सांस ली थी मामा बालेश्वर दयाल को मध्य प्रदेश सहित गुजरात राजस्थान के आदिवासी समुदाय के लोग भगवान की तरह मानते हैं

