समाचार 20 न्यूज से राज मेड़ा की रिपोर्ट
मध्यप्रदेश के कई जिलों में शनिवार शाम को आसमान में उल्कापिंड दिखाई दिया। आसमान से गिरते हुए दिखे इस उल्कापिंड में बेहद चमकती हुई रोशनी दिखी। जिसने भी इसे देखा अचंभित रह गया। इस बारे में जीवाजी वैधशाला उज्जैन के अधीक्षक का कहना है कि यह एक उल्कापिंड है। यह सामान्य तौर पर गिरते रहते हैं, यह पिंड आकार में बड़ा था इसलिए खुली आंखों से दिखाई दिया।
झाबुआ जिले के कई छेत्र एवं बड़वानी, बड़वाह, भोपाल और धार जिले में यह रोशनी शाम 7:46 बजे के आसपास दिखाई दी। करीब 40 सेकंड तक दिखे इस नजारे को लोगों ने अपने मोबाइल से कैद कर लिया। साथ ही सोशल मीडिया पर भी पोस्ट किया। जिसके बाद वायरल सोशल मीडिया पोस्ट को देख किसी ने इसे उल्कापिंड बताया, तो किसी ने इसे रॉकेट कहा।
उल्कापिंड आकार में बड़ा था इसलिए स्पष्ट दिखा...
जीवाजी वैधशाला उज्जैन के अधीक्षक आरपी गुप्त ने बताया कि उल्कापिंड अक्सर टूटकर गिरते हैं, और वायुमंडल में प्रवेश करते ही नष्ट हो जाते हैं। इस बार ये आकार में बड़ा था इसलिए इतना स्पष्ट दिखा। गुप्त के मुताबिक उल्कापिंड में हवा के घर्षण से आग लग जाती है और इसके टुकड़े हो जाते हैं। 99 प्रतिशत ये पिंड वायुमंडल में ही जल जाते हैं इसलिए सामान्य तौर पर दिखाई नहीं देते। इसके टुकड़ों की कॉमन मार्केट में कोई वैल्यू नहीं होती लेकिन शोध के लिहाज से इसके टुकड़े दुनिया की सबसे महंगी चीज हैं