पेटलावद ।श्रावण मास में शिव महापुराण की कथा के श्रवण का बड़ा महत्व बताया गया है । अधिकांश शहरों में शिव मंदिरों में शिव महापुराण की कथा इन दिनों सुनी और सुनाई जा रहीं है।
संगीतमय कथा,नर्मदा आरती ओर पार्थिव शिवलिंग पूजन....
इसी क्रम में मालवा प्रांत के प्रसिद्ध सन्त ओर कथावाचक पण्डित धनराज पुरोहित बदनावर जो कि मालवांचल में *मानस बापू* के नाम से विख्यात हे के मुखारविंद से मप्र के प्रशिद्ध ओर 12 ज्योतिलिंगो में से एक ओंकारेश्वर में 08 दिवसीय संगीतमय शिवमहापुराण की कथा का आयोजन दिनांक 02 से 08 अगस्त तक किया गया ।
दूर दूर से पहुचे भक्तगण...
जिसमे कथा से पूर्व प्रतिदिन शिव अभिषेक ओर पार्थिव शिवलिंग बनाकर पुजन उपरांत माँ नर्मदा नदी के में विसर्जन किया एवं शाम को माँ नर्मदा की आरती भी उतारी गयी उक्त समस्त आयोजनों में पेटलावद, रायपुरिया, बदनावर, बड़नगर, अमला, सेंधवा, भोपाल, देवास, राजोद, गोंदीखेड़ा के भक्तो ने पहुँचकर धर्म लाभ लिया आयोजन की पूर्णाहूती 08 अगस्त सोमवार को हवन, पूजन और महाआरती के साथ हुई महाआरती पश्चात विशाल महाभण्डारे ओर महाप्रसादी का आयोजन भी माँ नर्मदा ओर समस्त शिवभक्त समिति द्वरा किया गया।
संम्मान अभिन्नन्दन किया...
08 दिवसीय इस महाआयोजन की सफल पूर्णाहुति होने पर दूरस्थ क्षेत्र से आये भक्तो, अनुयायियों को मानस बापू ने आशीर्वाद दिया वही कई भक्तो, आयोजन समिति ओर विशेष रूप से राजगोर ब्राह्मण समाज की ओर से श्रधेय कथाव्यास मानस बापू को शाल पहनाकर, साफा बाधकर, पुष्पहार पहनाकर,श्रीफल भेंट करते हुये समानित ओर अभिन्नन्दन किया गया , वही मानस बापू ओर आयोजन समिति ने भी इस आयोजन में सहयोग करने वालो को स्मृति चिन्ह भेंटकर समानित किया गया।