News@हरिश राठौड़
*पेटलावद।* गुरुकुल एकेडमी, पेटलावद द्वारा आयोजित गुरुकुल महोत्सव 2.0 के अंतर्गत प्रस्तुत भव्य रामायण महानाट्य ने संपूर्ण पेटलावद नगरी को भक्तिरस और सांस्कृतिक चेतना से सराबोर कर दिया। विद्यालय के विद्यार्थियों ने रामायण के विविध पात्रों का अत्यंत जीवंत, भावपूर्ण एवं प्रभावशाली अभिनय प्रस्तुत कर दर्शकों को मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के आदर्शों से साक्षात् जोड़ दिया।
रामायण केवल एक धार्मिक ग्रंथ नहीं, बल्कि परिवार, कर्तव्य, त्याग, प्रेम और धर्म के पथ पर चलने की अनुपम जीवन-प्रेरणा है। इसी उद्देश्य को साकार करते हुए झाबुआ जिले के इतिहास में पहली बार 150×45 फीट के विशाल एवं भव्य मंच पर इस ऐतिहासिक रामायण महानाट्य का मंचन किया गया, जिसने नगर की पावन धरा को पूर्णतः राममय कर दिया।
लगातार लगभग तीन घंटे तक चले इस महानाट्य में श्रीराम जन्म, सीता स्वयंवर, वनवास गमन, सीता हरण, किष्किंधा कांड, लंका दहन, राम–रावण युद्ध एवं श्रीराम के अयोध्या में पुनः आगमन जैसे महत्वपूर्ण प्रसंगों का अत्यंत सजीव और प्रभावी मंचन किया गया। प्रत्येक दृश्य ने हजारों की संख्या में उपस्थित दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर भावविभोर कर दिया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रघुवीर सिंह सिसोदिया (सहप्रांत कार्यवाह, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) ने अपने प्रेरक उद्बोधन में कहा कि रामायण हमें राष्ट्र, पर्यावरण एवं संस्कृति के प्रति जागरूक बनाती है। उन्होंने “मोबाइल पार्किंग” अर्थात मोबाइल से दूरी बनाकर परिवार और समाज के साथ समय बिताने का संदेश भी दिया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे आचार्य डॉ. देवेंद्र शास्त्री (पीठाधीश – हरिहर आश्रम, धरिया खेड़ी, मंदसौर) ने कहा कि यदि हम सनातन धर्म के मूल्यों को जीवन में उतार लें, तो हमारा जीवन भी मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की भांति आदर्श बन सकता है।
विशेष अतिथि निर्मला भूरिया (कैबिनेट मंत्री, महिला एवं बाल विकास) ने विद्यालय द्वारा गत वर्ष प्राप्त उत्कृष्ट शैक्षणिक परिणामों पर गुरुकुल परिवार को शुभकामनाएं दीं तथा भविष्य में भी रामायण महानाट्य जैसे संस्कार-आधारित सांस्कृतिक आयोजनों के निरंतर आयोजन की आवश्यकता पर बल दिया, जिससे युवा पीढ़ी अपने धर्म और संस्कृति से जुड़ सके।
कार्यक्रम का मंच संचालन शिक्षक अशोक पाटीदार सर एवं उनकी टीम द्वारा किया गया, जबकि आभार प्रदर्शन विद्यालय समन्वयक जया जैन मैम ने किया।
इस अवसर पर विद्यालय के संचालक श्री आकाश चौहान, अध्यक्षा श्रीमती हर्षिता चौहान एवं प्राचार्य श्री अतुल मेहता ने विद्यालय के समस्त शिक्षक-शिक्षिकाओं के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि शिक्षकों की निष्ठा, समर्पण और सामूहिक प्रयासों से ही यह भव्य आयोजन ऐतिहासिक सफलता प्राप्त कर सका।
समग्र रूप से यह आयोजन केवल एक सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि संस्कार, संस्कृति और राष्ट्रीय चेतना को सशक्त करने वाला प्रेरणादायी महोत्सव सिद्ध हुआ, जिसने पेटलावद को राममय कर दिया।



