News@हरिश राठौड़
पेटलावद स्थानीय क्षत्रिय राठौर धर्मशाला में आयोजित अखिल भारतीय किन्नर महासम्मेलन में उस समय उत्साह का माहौल और बढ़ गया, जब भारतीय पत्रकार संघ के तत्वावधान में समाज के प्रतिष्ठित किन्नर गुरुओं का भव्य नागरिक अभिनंदन किया गया। इस दौरान मध्य प्रदेश और राजस्थान के पत्रकारों व विभिन्न संगठनों ने सेवा और समर्पण की मिसाल पेश की।
भारतीय पत्रकार संघ (पेटलावद) ने दी गरिमामय उपस्थिति
कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण के रूप में मध्य प्रदेश के झाबुआ जिले से भारतीय पत्रकार संघ (पेटलावद) का प्रतिनिधिमंडल पहुंचा। जिला अध्यक्ष हरीश राठौड दीपक राठौड़के नेतृत्व में पत्रकारों ने समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए कुशलगढ़ गादीपति गोरी बुआ जी का आत्मीय स्वागत किया। संघ द्वारा अखिल भारतीय किन्नर समाज की अध्यक्ष अनीता बुआ जी, कशिश बुआ जी, प्रेरणा बुआ जी, कमला बुआ जी, कुमकुम बुआ और हसीना बुआ (दलोदा) को शाल ओढ़ाकर, पुष्पमाला पहनाकर और श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर दीपक राठौड़, जितेंद्र राठौर, कैलाश बोराणा, गोविंद बोराणा, विनोद राठौड़, शिवा राठौर राहुल राठौर, प्रकाश बारोडिया और राकेश बारोडिया सहित कई पत्रकारों ने गादीपति गोरी बुआ जी से आशीर्वाद प्राप्त कर क्षेत्र की सुख-समृद्धि की कामना की।
क्षत्रिय राठौर तेली समाज ने किया अनूठा तुलादान....
सम्मेलन के दौरान क्षत्रिय राठौर तेली समाज, कुशलगढ़ द्वारा भक्ति भाव प्रदर्शित करते हुए गादीपति गोरी जान किन्नर को सेवफल से तोला गया। तुलादान के उपरांत इन फलों को प्रसाद स्वरूप वितरित किया गया। इस कार्यक्रम में समाज अध्यक्ष गोवर्धन बारोदिया, गोविंद बोराणा (पटेल), विनोद बोराणा हरिओम बोराणा विनोद सोलंकीऔर रामचंद्र बावरिया सहित समाज के युवाओं ने सक्रिय सहभागिता की।
स्थानीय संगठनों का मिला सहयोग.....
भारतीय पत्रकार संघ के इस सम्मान अभियान में कुशलगढ़ पत्रकार संघ के सुनील शर्मा ने भी कंधे से कंधा मिलाकर सहयोग किया। वहीं, भैरव सेवा समिति की ओर से भैरव उपासक कमलेश राठौर, अजय लश्कार और नरेश गादिया ने भी किन्नर समाज के संतों का अभिनंदन किया।
सम्मेलन में उमड़ा जनसैलाब...
कार्यक्रम में सांवरिया मित्र मंडल और दादू जी महाराज संस्थान के सदस्यों सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे। भारतीय पत्रकार संघ के पदाधिकारियों ने कहा कि इस प्रकार के आयोजनों से समाज में समरसता का संदेश जाता है और उपेक्षित वर्गों के प्रति सम्मान की भावना जागृत होती है।




