थांदला से इमरान खान की रिपोर्ट
थांदला। नगर में होटल पर अवैध तरीके से सप्लाय करने की आशंका में तहसीलदार एस एस चौहान ने त्वरित कार्यवाही करते हुए 56 सिलेंडर से भरा मिनी लोडिंग वाहन जप्त किया है। जानकारी देते हुए तहसीलदार एस एस चौहान ने बताया कि लोडिंग वाहन में गौ गैस के 53 सिलेंडर भरें हुए व 3 सिलेंडर खाली मिलें है जो किसी कॉन्फिडेंस पेट्रोलियम इंडिया लिमिटेड मेघनगर द्वारा के के इंटरप्राइजेज को डिस्ट्रीब्यूट करने के लिए दिए गए है लेकिन एक इनवॉइस के अलावा इनके पास किसी भी प्रकार का कोई वैध विस्फोटक का लाइसेंस गोडाउन आदि की जानकारी नही दी गई है वही इन्हें इस तरह खुलें में इतनी मात्रा में सिलेंडर रखने का अधिकार है या नही यह भी जाँच का विषय है, इसके लिए कनिष्ठ खाद्य आपूर्ति अधिकारी तोमर को बुलाकर वैधानिक कार्यवाही करवाई जा रही है। उल्लेखनीय है कि नगर में लम्बे समय से दो से तीन डिस्ट्रीब्यूटर द्वारा गौ गैस सिलेंडर के माध्यम से एलपीजी गैस सप्लाय की जा रही है जो कॉन्फिडेंस पेट्रोलियम इंडिया लिमिटेड मेघनगर से रिफिलिंग बताई जा रही है ऐसे में इतनी प्रचुर मात्रा में बिना किसी ठोस दस्तावेज के एलपीजी गैस सिलेंडर नगर में भारी तबाही मचा सकते है वही पेटलावद की तरह सैकड़ो जान जाने का खतरा भी मंडरा रहा है। तहसीलदार की यह कार्यवाही नगर हीत में देखी जा रही है।
घरेलू गैस व व्यावसायिक गैस के लाइसेंस बिना सैकड़ो लोग कर रहे अपना व्यापार...
नगर में इन दोनों हर गली मोहल्लों में दर्जनों हाथ ठेका व गुमटी के रूप में दुकानें खुल चुकी है जो व्यावसायिक कम घरेलू गैस का इस्तेमाल कर सरकार को चुना लगा रही है वही इनके बढ़ते कारोबार में कुछ बिना लाइसेंसी डिस्ट्रीब्यूटर भी आ गए है जो आग में घी की तरह दर्जनों सिलेंडर एक साथ लेकर चलते है जो अवैध तरीके से रिफिलिंग किये होते है व इनके पास न कोई गोडाउन या विस्फोटक का लाइसेंस होता है वही अनेक व्यवसायी पैसा बचाने के चक्कर में इनसे सिलेंडर खरीदते है जिनकी इन क्रेता व विक्रेताओं के पास भी कोई रसीद नही होती है, ऐसे में थांदला नगर इन विस्फोटक गैस के ढेर पर खड़ा दिखाई दे रहा है जो यदि कभी ब्लॉस्ट हुआ तो निश्चित एक बार फिर पेटलावद की तरह बड़ा हादसा साबित हो सकता है। वही घरेलू गैस सिलेंडर का उपयोग से भी न केवल सरकार को राजस्व की हानि पहुँच रही है अपितु अवैधानिक होकर बड़ी दुर्घटनाओं को आमंत्रित भी कर रही है। ऐसे में तहसीलदार की यह कार्यवाही उचित मानी जा रही है लेकिन इसके साथ ही इसका उपयोग व अवैधानिक तरीके से स्टॉक करने वाले व्यापारियों व स्टॉकिस्टों पर भी कार्यवाही करने की दरकार है।