News@ हरिश राठौड़
पेटलावद। अनंत चतुर्दशी के अवसर पर 10 दिनी गणेशोत्सव का समापन हो गया। 10 दिनी पर्व के अंतिम दिन गणेश पांडालों में गणेश भक्ति परवान चढ़ी। श्रद्घालुओं ने भगवान की विशेष आराधना एवं उपासना कर गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन किया। शाम से देर रात तक जगह जगह चल समारोह निकालकर गणेश प्रतिमाओं को जलाशयों पर विसर्जन करने सैंकड़ों श्रद्घालु पहुंचे। विसर्जन के पूर्व महाआरती एवं प्रसाद वितरण किया गया। श्रद्घालुओं ने गणपति बप्पा मोरिया, अगले बरस तू जल्दी आ के धार्मिक जयघोष के नारे लगाए।
*कई समितियों ने बैंड बाजे और ढोल नगाड़ों के साथ निकाली यात्रा:*
शनिवार को गणपति बप्पा की विदाई हुई। भक्त उन्हें बैंडबाजों के साथ धूमधाम से विसर्जित करने ले गए। नगर में शोभायात्रा के साथ झांकीयां भी निकाली गई। अनंत चतुर्दशी के मौके पर गणेश उत्सव समितियो ने नपं द्वारा बनाए गए नियत स्थान (पोखर) में गणेश प्रतिमाओ का विसर्जन किया। युवा गणपति बप्पा से अगले साल जल्दी आने की मनुहार करते हुए यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे थे। बारिश के चलते भी लोगो ने बैंड बाजो ढोल ताशो के साथ रंग गुलाल उडाते हुए समारोह के रूप में बप्पा को विदाई देने के लिए पंपावती के तट पर पहुंचे। इसी के साथ नगर परिषद द्वारा घर-घर से गणेशजी की प्रतिमाएं लाने के लिए दो ट्रैक्टर नगर में घुमाए गए और सभी छोटी-बड़ी प्रतिमाओ को इकठ्ठा कर लाया गया और पोखर में विसर्जन किया गया। वहीं किन्ही श्रद्धालुओ ने नगर के श्रद्धांजलि चोक के पास स्थित गणेश मंदिर में अपने बच्चों को मोदक लड्डुओं में तोलकर मन्नते उतारी।
यहां समितियो ने जय गणेश देवा की ढोल-धमाको के साथ आरती उतारी गई व मोदक का भोग लगाकर प्रसादी का विरतण किया गया। यहां पूरे समय नगर परिषद, राजस्व और पुलिस प्रशासन की टीम व्यवस्थाएं संभाले हुए थे। व्यवस्था में कहीं कोई चूक न हो इसके लिए एसडीएम तनुश्री मीणा, एसडीओपी अनुरक्ति साबनानी, टीआई निर्भयसिंह भूरिया ने भी स्थल का निरीक्षण समय-समय पर किया। इसके अलावा ग्रामीण अंचलों में तो नदी ओर तालाबों पर ही गणेश विसर्जन हुआ।
*पंपावती किनारे बने घाटो पर भी किया कई लोगो ने विसर्जन-*
नगर के कई लोगों ने अपने परिवार के साथ मिलकर श्रद्धा और भक्तिभाव से प्रतिमाओं का विसर्जन पंपावती नदी किनारे बने घाटो पर भी किया। इससे पहले सभी ने यहां अंतिम बार प्रतिमा की आरती उतारी। चरण छूए और घर में सुख-समृद्धि की कामना की। भगवान को अगले बरस जल्दी आने का आमंत्रण दिया। विसर्जन से पहले कई लोगों ने प्रतिमा को माथे पर लगा कर आशीर्वाद मांगा।
*दुल्लाखेड़ी में भी किया गया विसर्जन:*
10 दिवसीय गणेशोत्सव के समापन के अवसर पर दुल्लाखेड़ी गांव में स्थित भगवान श्री वरदायक हनुमान मंदिर पर स्थापित भगवान गणेश की मूर्ति का विसर्जन भी श्रद्धालुओ द्वारा किया गया। इस दौरान त्यागी बाबा देवदास जी फलाहारी महाराज, चित्रकूट से पधारे रामप्यारेदास जी महाराज, रामप्रकाश पटेरिया (मुगावली) और गांव के श्रद्धालुओं सहित समस्त भक्तमंडल और नन्हे बच्चे विशेष रूप से मौजूद रहे।